हलधर किसान। मप्र के खरगोन जिले में रबी सीजन के दौरान मौसम में बार, बार बदलाव देखा जा रहा है। यह बदलाव फसलों के लिये लाभकारी बताया जा रहा है। बीते दो दिनों से आसमान में बादल छाए हुए है, सुबह से कोहरा भी छा रहा है, जो फसलों की ग्रोथ बढाने में मदद करेगा। बारिश और कोहरे के चलते दिन का तापमान 27 डिगी दर्ज किया गया जबकि रात का तापमान 10 डिग्री पहुंच गया है। किसान मानते हैं कि मावठे के कारण फसलों को जो पानी मिला है, वह उनके लिए अमृत के समान साबित हुआ है। हालांकि बादल लगातार छाए रहे तो फसलों को नुकसान हो सकता है।
एक तरफ जहां सुबह हुई बारिश से शहरी क्षेत्र में लोगों को परेशानी हुई. तो वहीं ग्रामीण अंचल में किसानों के चेहरे खिले हुए नजर आए. सर्दियों की इस बारिश पर किसानों का कहना है कि यह पानी नहीं फसलों के लिए अमृत के समान है. इस समय फसल को बारिश की बेहद आवश्यकता थी. जो कि सिंचाई के वक्त भी काफी फायदेमंद साबित होगी. इस बारिश से जमीन की नमी बढ़ेगी और पौधों को पानी की पूर्ति होगी. बारिश से जहां कंपकपी बढ़ने से आमजनजीवन प्रभावित हो रहा है। किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार मावठे की बारिश फसलों के लिए बहुत ही लाभकारी होती है. बारिश का यह पानी लगने से फसल की ग्रोथ काफी अच्छी होती है. जिससे फसल का उत्पादन बहुत ही अच्छा होता है. जिले में गेहूं, चने की खेती अधिक पैमाने पर होती है और मावठ का पानी गेंहू के लिए काफी फायदेमंद होता है।
किसानों को होगा फायदा और नुकसान
कृषि विभाग के अनुसार प्रकृति के इस बदलते हुए मौसम को देखते हुए किसानों को फायदा और नुकसान दोनों हो सकता है। बारिश से किसानों को काफी फायदा हुआ है। नुकसान की बात करें, तो बदलते मौसम में बारिश के साथ ओलावृष्टि हो तो फसलों को काफी नुकसान होता है। वही तेज बारिश से चने की फसलें प्रभावित होगी। वही कीटो का प्रभाव भी पड़ सकता है। धूप खिलने से फसलों को रफ्तार बढ़ेगी और बीमारियों का खतरा भी कम होगा।