पिछले साल के मुकाबले भारतीय गेहूं का निर्यात हुआ दोगुना

हलधर किसान। रूस- यूक्रेन युद्ध के बावजूद भी भारत के कर्मशियम एक्सपोर्ट्स पर कोई असर नहीं पड़ा है, बल्कि पिछले साल के मुकाबले इस बार गेहूं का निर्यात दोगुना हो गया. रिपोर्ट के मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष के पहले पांच महीने अप्रैल से अगस्त के बीच भारत ने 2021-22 की तुलना में गेहूं की दोगुनी मात्रा का निर्यात किया है. खास बात यह है कि बीते मई महीने में सरकार ने अचानक गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बावजूद भी भारत ने पिछले साल के मुकाबले डबल मात्रा में गेहूं का निर्यात किया.कर्मशियम डिपार्टमेंट के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने अप्रैल-अगस्त 2022-23 के दौरान 43.50 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) गेहूं का निर्यात किया, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 116.7 प्रतिशत अधिक है. जबकि इस साल फरवरी के अंत में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण से निर्यात को बढ़ावा मिला, जिसके कारण भारतीय गेहूं की मांग में भारी वृद्धि हुई. अप्रैल में निर्यात 14.71 लाख टन तक पहुंच गया, जो पिछले साल अप्रैल में निर्यात किए गए 2.42 लाख टन से 500 प्रतिशत अधिक है. बीते 13 मई को घोषित प्रतिबंध के बाद, उस महीने के लिए निर्यात घटकर 10.79 लाख टन हो गया. हालांकि, इसके बाद भी मई 2021 में निर्यात किए गए 4.08 लाख टन से 164 प्रतिशत अधिक था.
जून में 7.24 लाख टन गेहूं का निर्यात हुआ

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 13 मई को घोषित प्रतिबंध के बाद गेहूंं के निर्यात में गिरावट आई. जून में 7.24 लाख टन, जुलाई में 4.94 लाख टन और अगस्त में 5.80 लाख टन, जबकि जून, जुलाई और अगस्त 2021 में क्रमशः 4.57 लाख टन, 3.75 लाख टन और 5.22 लाख टन गेहूं का निर्यात किया गया था. भारत ने अप्रैल में 44 देशों को गेहूं का निर्यात किया. इस दौरान बांग्लादेश को सबसे ज्यादा (3.35 लाख टन) गेंहू दिया गया. इसके बाद यूनाइटेड किंगडम को सबसे कम (2,000 मीट्रिक टन) गेहूं मिला.

भारत ने जून 2022 में 11 देशों को गेहूं का निर्यात किया

भारत ने जून 2022 में 11 देशों को गेहूं का निर्यात किया. जबकि, जुलाई में केवल पांच देशों (इंडोनेशिया, बांग्लादेश, कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात और अंगोला), और अगस्त में आठ (बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, श्रीलंका, अफगानिस्तान, मलेशिया, ताइवान, और भूटान) को गेहूं दिया. प्रतिबंध के बाद के महीनों में इंडोनेशिया भारतीय गेहूं के शीर्ष खरीदार के रूप में उभरा. इस अवधि में 18 लाख टन गेहूं के निर्यात में से लगभग 7 लाख टन इंडोनेशिया को गया. अप्रैल से अगस्त तक पांच महीने की अवधि में, इंडोनेशिया बांग्लादेश (क्रमशः 8.06 लाख टन और 11.12 लाख टन) के बाद भारतीय गेहूं के लिए दूसरा निर्यात गंतव्य रहा है.

इसी तरह आटा का निर्यात भी चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में दोगुना से अधिक हो गया है. अप्रैल-अगस्त 2021 के दौरान 1.64 लाख टन की तुलना में इस साल 4.49 लाख टन आटे का निर्यात किया गया. सोमालिया, संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका, मेडागास्कर, और जिबूती अप्रैल-अगस्त 2022 के दौरान भारतीय आटे के शीर्ष 5 खरीदार थे. गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध 106 मिलियन टन के कम गेहूं उत्पादन, कम खरीद (पिछले साल 43.3 मिलियन टन की तुलना में 18.7 मिलियन टन) और बढ़ती घरेलू कीमतों के बीच आया. वहींं, घरेलू बाजार में भी गेहूं और गेहूं के आटे की कीमतों में हाल ही में काफी तेजी आई है.

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