हलधर किसान। गोरखपुर की खाद कारखाना हिंदुस्तान उर्वरक एंड रसायन लिमिटेड को कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री ने एक साथ दो पुरुस्कारों से नवाजा है. मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इस कैटेगरी में स्टील, सीमेंट, केमिकल और फर्टिलाइजर समेत 225 से ज्यादा कंपनियों ने भाग लिया था.सीआईआई के 9वें सं’स्केल अवार्ड्स’ में हिंदुस्तान उर्वरक एंड रसायन लिमिटेड को दो अवॉर्ड से नवाजा गया है. सीआईआई की कैटेगिरी में सबसे उत्कृष्ट पुरस्कार माना जाता है. के चीफ मैनेजर (डिस्पेच एंड प्लान) डॉ रूपेश कुमार सिंह के मुताबकि यह अवॉर्ड पाना काफी गर्व की बात है. यह अवॉर्ड मिलता कंपनी की प्रतिबद्धता को दिखाता है कि सही समय पर किसानों को खाद अवेलेबल करा रही है.
- पीएम मोदी ने इस प्लांट का उद्घाटन 7 दिसंबर को 2021 को किया था.
- एक साल में ही यह प्लांट अपनी कैपेसिटी से ज्यादा प्रोडक्शन कर रहा है.
- एक सप्ताह से कारखाने में रोज चार हजार मीट्रिक टन यूरिया का प्रोडक्शन हो रहा है.
- जबकि कारखाने की प्रोडक्शन कैपेसिटी 3850 मीट्रिक टन है.
- फरवरी से अब तक प्लांट से चार लाख मीट्रिक टन यूरिया, पूर्वांचल समेत प्रदेश के दूसरे जिलों में भेजा जा चुका है.
- कारखाने की मशीनें लगाने वाली जापानी कंपनी टोयो ने अब इसे हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) को हैंडओवर कर दिया है.
- अब मशीनों के संचालन एवं रख-रखाव की भी पूरी जिम्मेदारी एचयूआरएल की हो गई है.
- गोरखपुर खाद कारखाने के प्रिलिंग टॉवर की ऊंचाई दुनिया के खाद कारखानों में सबसे अधिक (149.5 मीटर) है.