हलधर किसान। इंडो-इजरायल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल का केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री द्वारा वर्चुअल शिलान्यास किया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र को और तेजी से आगे बढ़ाने के लिए पढ़े-लिखे युवाओं का इस तरफ उन्मुख होना जरूरी है.
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रसन्नता जताई कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र सहित विभिन्न सेक्टरों में दिनों-दिन प्रगति हो रही है और उत्तर प्रदेश देश के विकास में भी बेहतर योगदान दे रहा है. तोमर ने इस बात पर भी खुशी व्यक्त की कि केंद्र सरकार की योजनाओं पर उ.प्र. सरकार बहुत अच्छे से अमल कर रही है तथा जैविक व प्राकृतिक खेती में भी उ.प्र. ने तेजी से कदम बढ़ाए है.
कृषि मंत्री ने कृषि क्षेत्र में नया आयाम किया स्थापित
केंद्रीय कृषि मंत्री ने उम्मीद जताते हुए कहा कि उ.प्र. आने वाले समय में कृषि के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करेगा. उ.प्र. जिस तरह से सांस्कृतिक विरासत और ज्ञान-विज्ञान की दृष्टि से देश का मार्गदर्शन करता रहा है, उसी तरह कृषि के विकास में भी देश को और आगे तक ले जाएगा. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि चंदौली क्षेत्र के लिए आज ऐतिहासिक अवसर है. आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर एक नया आयाम जुड़ रहा है. यह सेंटर राज्य सरकार के प्रयत्नों का प्रतिफल है. इसकी स्थापना जिले के विकास में अहम भूमिका निभाएंगी. साथ ही के आसपास के जिलों और बिहार बॉर्डर के जिलों में भी यह कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम साबित होगा. खेती-बाड़ी के जरिए तरक्की करने के तमाम नए अवसर पैदा होंगे. खेती के आधुनिकतम तरीकों का प्रयोग करके किसान बेहतर उपज हासिल कर सकेंगे.
श्री तोमर ने कहा कि कृषि निरंतर आगे बढ़े व उत्पादन की गुणवत्ता वैश्विक मानकों के अनुसार हो, इस दिशा में टेक्नालॉजी का उपयोग करके आगे बढऩा है. खेती के प्रति भविष्य की पीढिय़ों को आकर्षित करने के लिए खेती को परिमार्जित करना होगा. महंगी फसलों की ओर जाना, टेक्नालॉजी का उपयोग,डिजीटल एग्रीकल्चर मिशन, एफपीओ का लाभ उठाना, नेचुरल फॉर्मिंग व आर्गेनिक फार्मिंग अपनाने पर हम सभी को गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है. हम सब मिलकर अपनी प्राथमिकता और दायित्वों को पूर्ण करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे. कार्यक्रम को चंदौली के सांसद और केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय, उ.प्र. के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, उद्यानिकी राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया.
भारत-इजरायल कार्य योजना बागवानी क्षेत्र को देगा बढ़ावा
भारत-इजरायल कार्य योजना (आईआईएपी) के तहत, इज़राइल द्वारा इज़राइली विशेषज्ञों के माध्यम से प्रौद्योगिकी प्रदान की जाती है,जिन्हें प्रदर्शित करने की दृष्टि से अवसंरचना निर्माण के लिए राशि एमआईडीएच से उपलब्ध कराई जाती है. इज़राइली प्रौद्योगिकियों के आधार पर राज्यों में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित किए जा रहे हैं. ये उत्कृष्टता केंद्र बागवानी क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों के लिए प्रदर्शन व प्रशिक्षण केंद्र के रूप में कार्य करते हैं. ये संरक्षित खेती के लिए फलों व सब्जियों की पौध के लिए रोपण सामग्री के स्रोत के रूप में भी काम करते हैं.