हलधर किसान। खेती को लाभ का धंधा एवम किसानों की आय दौगुनी करने के लिए शासन स्तर पर नित नए प्रयास किये जा रहे है। खेती के साथ पशुपालन को भी बढ़ावा देने के लिए योजनाए चलाई जा रही है। पशुओं को स्वस्थ रखने उन्हे समय पर उपचार मिले इसके लिये अब एम्बुलेंस चलाने की तैयारी की जा रही है। अब राज्य के बीमार पशुओं तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचेगी। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. योजना के तहत मध्यप्रदेश की सड़कों पर 406 पशु एंबुलेंस दौड़ेंगी।
मध्य प्रदेश सरकार राज्य के भीतर पशु चिकित्सालय और औषधालय स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है। इसके तहत राज्य सरकार ने भारत सरकार द्वारा संचालित पशु चिकित्सा इकाई को शामिल किया है। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार से 64.96 करोड़ रुपये की पहली किस्त मिल चुकी है. इस योजना के तहत मध्यप्रदेश सरकार प्रत्येक एक लाख पशुओं पर एक पशु एम्बुलेंस चलाएगी। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश में 4.06 पशु हैं, इस प्रकार राज्य में 406 पशु एंबुलेंस चलाने की योजना है.
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही पशु एंबुलेंस में कई सुविधाएं होंगी। कुल मिलाकर ये पशु एंबुलेंस आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सड़कों पर चलने के लिए तैयार पशु एम्बुलेंस में छोटी सुविधाओं के साथ कृत्रिम गर्भाधान की भी सुविधा होगी. वहीं एंबुलेंस में बीमारियों की पहचान के लिए सामान्य पशु चिकित्सा के साथ चिकित्सा उपकरण भी लगाए जाएंगे। साथ ही इन पशु एंबुलेंस में एक डॉक्टर के साथ-साथ एक परवत की भी नियुक्ति का प्रावधान किया गया है.
पशु एंबुलेंस किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। दरअसल किसी भी किसान के लिए आपातकालीन समय में पशु चिकित्सालयों तक पहुंचना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में कई बार किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। दूसरी ओर जो किसान पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान करना चाहते हैं, वे कई बार सही समय पर स्वास्थ्य केंद्रों तक नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे में ये पशु एंबुलेंस किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित होंगी। जिससे किसानों के पशुओं को भी स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी, वहीं उनके पैसे की भी बचत होगी।