कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है एआई(AI) मौसम में बदलाव के साथ ही फसलों के रखरखाव बुआई की भी देता है जानकारी

एआई मौसम में बदलाव के साथ ही फसलों के रखरखाव बुआई की भी देता है जानकारी  (2)

इस AI आधुनिक तकनिक से किसान बढ़ा सकते है उत्पादन और मुनाफा

हलधर किसान (तकनिक)। बदलते समय में बाकी चीजों के साथ.साथ खेती में भी काफी बदलाव आने लगा है। खासकर परंपरागत तौर- तरीके छोड़कर किसान आधुनिक तकनिक, संसाधनों   को न केवल आजमा रहे है बल्कि बेहतर उत्पादन के साथ मुनाफा भी कमा रहे है।

कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है एआई (AI)

खेती से जुड़े को कार्यों को जल्द से जल्द करने के लिए आजकल आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद भी ली जा रही है। केंद्र सरकार देश में कृषि प्रणाली को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जलवायु अनुकूल बनाने की तैयारी कर रही है।

इससे किसानों को यह जानकारी पहले ही मिल जाएगी कि उनके क्षेत्र में इस बार मौसम कैसा रहेगा। इसके लिए सरकार एक एआई (AI) संचालित कृषि प्रबंधन सॉफ्टवेयर बना रही है। यह सॉफ्टवेयर किसानों को यह बताने में सक्षम होगा कि उनके क्षेत्र में सूखा, बाढ़, लू, शीतलहर, असामान्य बारिश, शुष्क मौसम, ठंड, चक्रवात और ओलावृष्टि की क्या स्थिति रहेगी।

ऐसे वातावरण में उन्हें कौन सी फसल बोने से फायदा होगा। इस कार्य में मौसम विभाग के वैज्ञानिक, कृषि वैज्ञानिक को शामिल किया गया है। जैसे ही सॉफ्टवेयर बन जाएगा।

एआई मौसम में बदलाव के साथ ही फसलों के रखरखाव बुआई की भी देता है जानकारी 

सरकार इस योजना को पूरे देश में लागू करेगी। सॉफ्टवेयर किसी भी क्षेत्र के पिछले 100 साल के मौसम पैटर्न का अध्ययन तुरंत करने में सक्षम होगा। यह 24 घंटे ऑनलाइन मोड में देश की सभी भाषाओं में जानकारी देगा।

जब भी किसान अपने क्षेत्र की जानकारी सॉफ्टवेयर में डालेगा तो उसे सलाह मिलेगी। सॉफ्टवेयर एप बेस्ड होगा या वेबसाइट पर इस संदर्भ में निर्णय नहीं हुआ है।

इससे समय की बचत तो होती ही है, साथ ही किसान कम समय में ज्यादा कमाई कर सकते है। मौसम का समय से पहले अनुमान लगाने से लेकर पेड़-पौधों को कब खाद.पानी की जरूरत है, इसकी जानकारी भी एआई (AI)के जरिए मिल रही हैं।

साथ ही ड्रोन की मदद से फसलों पर कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है, आइए जानते हैं कृषि कार्यो में एआई (AI)की कैसे ली जा सकती है मदद- 

एआई में बेहद ही अहम है मशीन लर्निंग इससे खेती में अच्छा लाभ मिल सकता है। मशीन लर्निंग के जरिए फसल उत्पादन, कीटनाशक, रोग प्रबंधन और कृषि से जुड़ी अन्य बातों पर कार्य किया जा सकता है। एआई(AI) की सहायता से डाटा एनालिसिस का कार्य किया जाता है।

कृषि के फील्ड में भी इसका उपयोग किया जा सकता है। इसके तहत मिट्टी से लेकर मौसम तक की तमाम जानकारी मिल जाती हैं। आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस की मदद से खेती के कई कार्यों को ऑटोमेटिक तरीके से किया जा सकता है। जिससे प्रोडक्शन को बढ़ाने में मदद मिलेगी और काम तेजी से होगा।

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AI का उपयोग मिट्टी और जलवायु की स्थिति के आधार पर सिंचाई और उर्वरक के उपयोग को अनुकूलित करने के लिए किया जा सकता है, जिससे संसाधनों का अधिक कुशल उपयोग हो सकता है।

मशीनों में कई प्रकार के सेंसर व उपकरणों की मदद ली जा सकती है, जिसकी मदद से खेती में सिंचाई, खाद व कीटनाशक का इस्तेमाल ऑटोमेटिक रूप से हो सकता है। एआई के जरिए ज्यादातर मशीनें ऑटोमेटिक हो जाएंगी तो आप खेत में समय और लेबर दोनों बचा सकते हैंए जिससे प्रोडक्शन भी बढ़ेगा और मुनाफा भी।

 कृषि कार्य में किसान को सबसे अधिक डर रोगों का रहता है, जिससे बचाव के लिए किसान एआई की मदद ले सकते हैं। किसानों को बाजार की मांग और मूल्य निर्धारण के रुझानों का विश्लेषण करने में मदद करता है। ये जानकारी किसानों को अपनी फसलों के लिए बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद करती है।

AI कृषि के लिए कई तरह से उपयोगी हो सकता है। यहाँ कुछ उदाहरण दिए गए हैं:

उत्पादकता बढ़ाना:

  • AI का उपयोग फसलों की बीमारियों और कीटों का पता लगाने और उनका इलाज करने के लिए किया जा सकता है, जिससे फसल की पैदावार में वृद्धि हो सकती है।
  • AI का उपयोग मिट्टी और जलवायु की स्थिति के आधार पर सिंचाई और उर्वरक के उपयोग को अनुकूलित करने के लिए किया जा सकता है, जिससे संसाधनों का अधिक कुशल उपयोग हो सकता है।
  • AI का उपयोग रोबोटिक्स और स्वचालन को कृषि में लाने के लिए किया जा सकता है, जिससे खेती के कार्यों को अधिक कुशलता से और कम श्रम के साथ किया जा सकता है।

लागत कम करना:

  • AI का उपयोग करके किसानों को बेहतर निर्णय लेने में मदद मिल सकती है, जिससे वे अनावश्यक खर्चों से बच सकते हैं।
  • AI का उपयोग करके किसानों को अपनी फसलों के लिए बेहतर बाजार खोजने में मदद मिल सकती है, जिससे उन्हें बेहतर मूल्य मिल सकता है।

पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना:

  • AI का उपयोग करके किसानों को रसायनों के उपयोग को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे पर्यावरण पर कम प्रभाव पड़ता है।
  • AI का उपयोग करके किसानों को पानी और ऊर्जा का अधिक कुशलता से उपयोग करने में मदद मिल सकती है, जिससे प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होता है।

कृषि को अधिक टिकाऊ बनाना:

  • AI का उपयोग करके किसानों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अनुकूल होने में मदद मिल सकती है।
  • AI का उपयोग करके किसानों को अपनी फसलों की विविधता बढ़ाने में मदद मिल सकती है, जिससे उनकी फसलों की लचीलापन बढ़ जाता है।
AI कृषि के लिए कई तरह से उपयोगी हो सकता है

कृषि को अधिक सुलभ बनाना:

  • AI का उपयोग करके किसानों को अपनी फसलों की निगरानी और प्रबंधन दूर से करने में मदद मिल सकती है, जिससे उन्हें खेती के लिए कम समय और प्रयास की आवश्यकता होती है।
  • AI का उपयोग करके किसानों को कृषि के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिल सकती है, जिससे वे बेहतर निर्णय ले सकते हैं।

AI कृषि में क्रांति लाने की क्षमता रखता है। यह किसानों को अधिक कुशलता से और कम लागत पर अधिक उत्पादन करने में मदद कर सकता है। यह कृषि को अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में भी मदद कर सकता है।

AI कृषि के लिए कई तरह से उपयोगी हो सकता है

यहां कुछ विशिष्ट उदाहरण दिए गए हैं कि AI का उपयोग कृषि में कैसे किया जा रहा है:

  • IBM Watson for Agriculture एक AI-आधारित प्लेटफ़ॉर्म है जो किसानों को मिट्टी, मौसम और फसल की स्थिति के बारे में डेटा का विश्लेषण करने में मदद करता है। यह डेटा किसानों को बेहतर निर्णय लेने में मदद कर सकता है कि कब और कैसे रोपण, सिंचाई और उर्वरक करना है।
  • Microsoft FarmBeats एक AI-आधारित प्लेटफ़ॉर्म है जो किसानों को अपने खेतों को वास्तविक समय में मॉनिटर करने में मदद करता है। यह प्लेटफ़ॉर्म किसानों को डेटा प्रदान करता है जो उन्हें फसलों की बीमारियों और कीटों का पता लगाने और उनका इलाज करने में मदद कर सकता है।
  • Terramera एक AI-आधारित कंपनी है जो किसानों को रसायनों के उपयोग को कम करने में मदद करती है। कंपनी की AI तकनीक किसानों को फसलों की बीमारियों और कीटों का पता लगाने और उनका इलाज करने के लिए प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करने में मदद करती है।

AI कृषि में एक नया और रोमांचक क्षेत्र है। AI में कृषि को अधिक कुशल, टिकाऊ और लाभदायक बनाने की क्षमता है.

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