अल्प वर्षा होने से 65 हजार हेक्टयर में फसलें प्रभावित होने का लगाया अनुमान
खरगोन। प्रदेश सहित जिले में अल्पवर्षा और पिछले एक माह से थमे बारिश के दौर के चलते खरीफ फसलें पूरी तरह चौपट हो गई है। किसान सूख चुकी फसलों को देख चिंतित होने के साथ ही प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नही होने से आक्रोषित भी है। इसी के चलते सोमवार को सैंकड़ों किसान सूखी फसलें लेकर कलेक्टे्रट पहुंचे थे। किसान आंदोलन के बाद प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हुआ और मंगलवार को खेतों का रुख किया।
राजस्व व कृषि विभाग का संयुक्त दल मंगलवार को खरगोन और सेगांव विकासखण्ड के ग्रामों में फसलों का निरीक्षण करने पहुंचा। जिले में अल्प वर्षा होने के कारण कई फसलें मुरझा कर पीली पड़ गई है। किसानों के खेतों की हालिया स्थिति जानने के लिए दल ने सोयाबीन, कपास, मूंगफली, मक्का सहित अन्य फसलों का निरीक्षण किया। एसडीएम भास्कर गाचले व कृषि उपसंचालक एमएल चौहान सहित दल के सदस्यों ने नंदगांव के कृषक शंकर पिता ठाकुर के खेत में सोयाबीन की फसल का निरीक्षण किया। वहीं घोट्या के दिनेश पिता मदन के खेत मेें सोयाबीन एवं रामदास पिता गोकुल के खेत में मक्का व मिर्च फसल तथा सुखदेव घिसीलाल के खेत में कपास का जायजा लिया। इसी प्रकार ग्यासपुरा के सुखलाल, प्रताप सदिया, के खेतों में कपास व मूंगफली की फसलों का निरीक्षण किया।
पानी के स्प्रिंकलर व ड्रीप से करें सिंचाई
जिले में अल्प वर्षा के कारण हल्की जमीन में सोयाबीन और मक्का की फसलें मुरझा कर पीली पड़ रही है। वही दाने का भराव भी कम हो रहा है जिससे फसल उत्पादन कम होने की संभावना है। दल ने अल्प वर्षा से प्रभावित हुई फसलों पर चर्चा करते हुए कहा कि फसलों को पानी के स्प्रिंकलर एवं ड्रीप आदि के माध्यम से सिंचाई कर सकते हैं। दल ने बताया कि जिले में अल्प वर्षा के कारण अब तक कुल 65 हजार हेक्टयर क्षेत्र में विभिन्न फसलें प्रभावित हुई है। इनमें मुख्यत: सोयाबीन, मक्का और मुंगफली की फसले अधिक प्रभावित हुई है। दल ने आगामी 2 से 4 दिवसों में वर्षा होने से फसलों की स्थिति में सुधार होने की संभावना जताई है। वर्तमान में जिले में अब तक कुल 378.58 एमएम वर्षा हुई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 629.60 एमएम वर्षा दर्ज की गई हे। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 251.02 एमएम कम वर्षा हुई है। फसलों के निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय कृषि अधिकारी टीएस मण्डलोई, सहायक संचालक कृषि प्रकाश ठाकुर, दीपक मालवीया, खरगोन विखं के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी गिरधारी भावर एवं सेगांव विखं के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी राजाराम चौहान संयुक्त दल में शामिल रहे।