हलधर किसान (उद्यानिकी)। आसमान में बादल छाएं रहने एवं कम तापमान होने के कारण उद्यानिकी फसलों को नुकसान होने की संभावना रहती है। जिले में इन दिनों पाला पडऩे एवं कम तापमान के कारण उद्यानिकी फसलों के बचाव के लिए उद्यानिकी विभाग द्वारा किसानों को सुझाव दिए गए हैं।
उद्यानिकी फसल बचाव के लिए रो कवर- क्राप कर करें इस्तेमाल
प्रभारी उप संचालक उद्यानिकी केके गिरवाल ने बताया कि उद्यानिकी फसलों को पाला एवं कम तापमान से होने वाले नुकसान से बचाव के लिए कवर क्रॉप में पुष्पन के पूर्व रात्रि के समय फाग एवं ठण्डक से टमाटर मिर्च के फसलों को बचाने के लिए रो कवर/ क्रॉप कवर का उपयोग करें।
मल्चिंग फसलों में पौधों के आसपास जैविक मंल्च लगाने की सलाह दी गई है। किसानों को सलाह दी गई है कि रात्रि में फसलों की सिंचाई करें ताकि मिट़्टी गर्मी सोखें और ठण्डे तापमान से बचाव कर सकें।
उद्यानिकी फसलों में रस चुसक कीटों एवं विषाणु रोग के फैलाव को रोकने के लिए नीम तेल 1500 पीपीएम 05 एमएल प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने तथा अधिक प्रकोप होने पर ईमिडाक्लोप्रीड 17.8 प्रतिशत एसएल 0.30 एमएल प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने की सलाह दी गई है।
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किसानों से कहा गया है कि उद्यानिकी फसलों की विशेष आवश्यकताओं और विशेषाताओं के आधार पर ही इन उपायों का उपयोग करें। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र खरगोन के उद्यानिकी वैज्ञानिकों से सम्पर्क किया जा सकता है।