हलधर किसान बेगूसराय.। इस बार फसलों की बंपर पैदावार किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित होती दिख रही है. अक्सर मंडियों में ज्यादा फसल पहुंच जाने से कीमतें गिर जाती हैं. कीमत गिरने की शिकार इस बार आलू की फसल हो रही है. किसानों को तीन से चार रुपये प्रति किलो दाम भी मुश्किल से मिल पा रहा है.। लागत से भी कम दाम मिलने से.बिहार के बेगूसराय में गुस्साए किसानों ने नेशनल हाईवे पर आलू फेंक दिए.। किसान रामप्रवेश का कहना है कि मौसम की मार के चलते एक तरफ जहां उपज में कमी के चलते किसान परेशान रहते हैं. इस बार आलू की फसल अच्छी हुई है तो कीमत नहीं मिल रही है. मटिहानी के किसान नेता अंजनी सिंह ने बताया जो दाम मिल रहा है, उससे मंडी में जाने का भाड़ा भी नहीं निकल पाएगा. इस स्थिति में किसान क्या करे! किसानों ने एनएच-28 पर आलू फेंककर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की.
जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि मौसम फसलों के अनुकूल होने के कारण आलू की अच्छी उपज हुई है. मार्केट में आलू का रेट नहीं मिलने से जिले के किसान परेशान हैं. इसी कारण रोड पर आलू फेंक रहे हैं. उन्होंने किसानों को आलू कोल्ड स्टोरेज में रखने की सलाह दी और बाजार मूल्य बढ़ने का इंतजार करने के लिए कहा.
इधर, उद्यान पदाधिकारी राजीव रंजन में बताया जिले में 17 कोल्ड स्टोरेज काम कर रहे हैं. जिले में आलू स्टोरेज की कुल क्षमता 1,47,930 मीट्रिक टन है जबकि अब तक 44,696.05 मीट्रिक टन आलू ही स्टोर किया गया है. विभाग का यह भी कहना है इन कोल्ड स्टोरेज की जांच की जाएगी कि किसान आलू यहां रखने को क्यों तैयार नहीं हो रहे. यदि जांच में किसानों को परेशान करने की बात सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी.