कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा- फिलहाल नहीं बढ़ेगी
हलधर किसान। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की राशि बढ़ाये जाने की अटकलों पर विराम लग गया है। सरकार ने संसद को बताया कि सालाना छह हजार रुपये की धनराशि में बढ़ोतरी का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर चार महीने पर तीन बार में दो हजार रुपये दिए जाते हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि सरकार के पास पीएम-किसान के लिए ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। पीएम-किसान योजना के तहत लाभार्थी किसानों को हर साल छह हजार रुपये सीधे उनके बैंक खाते में भेजे जाते हैं। ताकि वह बीज, खाद आदि खरीदने के लिए किसी पर आश्रित नहीं हों। उन्हें सरकार की ओर से मिलने वाली यह मदद बहुत राहत दे रही है।
इस साल तीस जनवरी को सरकार ने 2.24 लाख करोड़ रुपये किसानों के बैंक खातों में वितरित किए हैं। उन्होंने बताया कि किसानों की आय दोगुनी करने के सरकार के प्रयासों के बहुत ही सकारात्मक नतीजे देखने को मिल रहे हैं। सरकार ने अप्रैल, 2016 में अंतर-मंत्रिमंडलीय समिति गठित की थी। ताकि किसानों की आय दोगुना करने वाले मुद्दों की पहचान की जा सके और उसे हासिल करने के लिए रणनीतियों की सिफारिश की जाए।समिति ने अपनी अंतिम रिपोर्ट सितंबर, 2018 में सौंप दी थी। इसमें किसानों की आय को दोगुना करने के लिए विभिन्न नीतियों, सुधारों और कार्यक्रमों के सुझाव दिए गए थे। किसानों की आय को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से दोगुना करने के लिए इन्हीं सिफारिशों पर अमल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके सकारात्मक नतीजे मिल रहे हैं। इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (आइसीएआर) ने एक किताब प्रकाशित की है जिसमें 75 हजार किसानों की आय दोगुनी से अधिक होने का ब्योरा दिया गया है।केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि पर्यावरण परिवर्तन से देश में नई बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं। इन रोगों से मानव से लेकर पशुओं और फसलों तक की सेहत खराब हो रही है। प्रदूषित वायु, पर्यावरण परिवर्तन और गर्मी संबंधी बीमारियों से हड्डियों और जल संबंधी बीमारियां हो रही हैं। इनकी पहचान क्लाइमेट चेंज एंड ह्यूमन हेल्थ (एनएपीसीसीएचएच) ने करके राष्ट्रीय एक्शन प्लान तैयार किया है।-